प्राचार्य
“हमेशा सितारों का लक्ष्य रखें, इस तरह आपका अंत मुट्ठी भर धूल में भी नहीं होगा”
शिक्षा जीवन भर चलने वाली प्रक्रिया है जिसका लक्ष्य बच्चे का सर्वांगीण विकास करना है। इसलिए यह जरूरी है कि शिक्षा पर सबसे अधिक ध्यान दिया जाए और हम सभी को दुनिया में प्रतिस्पर्धा करने के लिए समाज की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।